स्मार्टवॉच कंपनियां लगातार आपके हेल्थ को मॉनिटर करती है। इसमें हर्ट रेट, ब्लड प्रेशर से लेकर फैट, वाटर, ब्लड ऑक्सीजन डेटा को कंपनी के सर्वर पर स्टोर किया जाता है, जिसके चोरी होने की संभावना ज्यादा रहती है। फिर इस डेटा की मदद से फ्रॉड जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जा सकता है।
फोन से वॉच में डेटा ट्रांसफर
पिछले कुछ वर्षों में वाई-फाई और ब्लूटूथ सिक्योरिटी ठीक हुई है। हालांकि इसमें अभी भी सेंधमारी की जा सकती है। ऐसे में बड़ा सिक्योरिटी ब्रीच हो सकता है। ऐसे में हैंकर्स के लिए फोन की बजाय स्मार्टवॉच से डेटा चुराना आसान हो गया है।
ट्रैकिंग
स्मार्ट वॉच में GPS डेटा का इस्तेमाल होता है, जिससे यूजर्स को ट्रैक किया जा सकता है कि आखिर आपकी करंट लोकेशन क्या है? ऐसे स्मार्टवॉच का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है।
कैसे स्मार्टवॉच को बनाएं सुरक्षित
- पब्लिक वाई-फाई हैकिंग की वजह बन सकती है।
- स्मार्टवॉच को ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर को अपडेट रखें।
- वायरलेस राउटर को ज्यादा सुरक्षित बनाएं।
- अपने फोन और कंप्यूटर को अपडेट रखें।
- स्मार्टवॉच डेटा को नियमित डिलीट करें।
- फिटनेस ट्रैकर यूजर डेटा को लोकल स्टोर करें।
नोट – स्मार्टवॉच कितनी सुविधाजनक हैं? इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि वे सिक्योरिटी जोखिम भी हो सकते हैं।