भाषण के दौरान इन प्वाइंट्स का रखें ध्यान..
1- अपने भाषण की शुरुआत में बच्चों के साथ-साथ सभा में मौजूद सभी श्रोताओं का अभिवादन करें और उसके बाद ही भाषण की तरफ बढ़ें।
2- बेहद आसान शब्दों की मदद से भाषण को आगे बढ़ाएं।
3- भाषण में गणतंत्र दिवस के ऐतिहासिक तथ्यों को जरूर शामिल करें।
4- जब भाषण का अंत करें तब भी बच्चों और सभा में मौजूद दूसरे श्रोताओं को धन्यवाद जरूर करें।
इस उदाहरण की मदद से दें भाषण..
सभी को मेरा नमस्कार!
सबसे पहले गणतंत्र दिवस की आप सभी को शुभकामनाएं। आज हम सभी देश का 74 वां गणतंत्र दिवस (Republic Day 2023) मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। 26 जनवरी के दिन ही भारत में संविधान लागू हुआ था। संविधान सभी देशवासियों को उनके अधिकारों और कत्तर्व्य से रू-ब-रू कराता है। भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। इसे तैयार होने में 2 साल 11 महीने और 18 दिनों का समय लगा। इसे बनाने में डॉ भीमराव अंबेडकर की सबसे अधिक भूमिका रही। यही कारण है कि उन्हें भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है।
संविधान पूरे देश को एकता के सूत्र में बांधने का काम करता है। इसके साथ ही यह सभी नागरिकों को कानून के सामने एक समान होने का अधिकार भी देता है। 26 जनवरी को हर साल राजपथ पर भव्य समारोह का आयोजन किया जाता है जिसमें सभी देशवासी बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं। इस अवसर पर देश के राष्ट्रपति राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और राजपथ पर भारत की विविधता की झलक झांकियों के रूप में दिखाई देती है। अंत में 29 जनवरी को बीटिंग रिट्रीट के साथ ही गणतंत्र दिवस का उत्सव समाप्त हो जाता है।
आशा है गणतंत्र दिवस पर देश के गौरव के विषय में जानकारी प्राप्त कर आपको लाभ हुआ होगा। आप सभी ने इतने ध्यान से मुझे सुना इसके लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। इन्ही शब्दों के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देती हूं। एक बार फिर आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।