अंशुल तलमले | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 19 Jan 2023, 10:21 pm
शहर के टोली चौकी में मियां भाई के नाम से मशहूर मोहम्मद सिराज बुधवार रात अपने घर पर खेल रहे थे। उसी मैदान पर जहां गेंद पकड़नी सीखी। इंडियन जर्सी पहनने को सपना संजोया। राजीव गांधी स्टेडियम, सिराज के घर के आंगन की तरह है। अपने बेटे को चीयर करने पूरा शहर-गांव-परिवार आया था। पवेलियन में मां बैठीं थीं। साथ में दूसरे सगे-संबंधी भी थे, लेकिन अगर कोई नहीं था तो वो अब्बू। गौस मोहम्मद अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन निश्चित ही ऊपर से अपने बेटे की इस सफलता को देख मुस्कुरा रहे होंगे।