पिता नौशाद की कोचिंग में क्रिकेट ककहरा सीखने वाले मुशीर खान ने मुंबई जिमखाना ग्राउंड पर खेलते हुए 367 गेंदों का सामना किया, जबकि वनडे के अंदाज में 34 चौके और 9 छक्के उड़ाते हुए 339 रन कूट डाले। उनकी विध्वंसक बैटिंग का आलम यह था कि हैदराबाद के गेंदबाज पूरी तरह से बेअसर दिखे। मुशीर का इस दौरान स्ट्राइक रेट लगभग 93 का रहा, जो अमूमन वनडे में देखने को मिलता है।
उनके अलावा टीम के लिए अथर्व विनोद आंकोलेकर ने 249 गेंदों में 15 चौके और 11 छक्के उड़ाते हुए 214 रन ठोके। इन दोनों की विध्वंसक पारियों का असर यह हुआ कि मुंबई टीम ने पहली पारी में 138 ओवरों में 8 विकेट पर 704 रन बनाकर घोषित की। बता दें कि मुशीर भी फर्स्ट क्लास डेब्यू कर चुके हैं और वह अपने भाई के साथ मुंबई टीम में खेल रहे हैं।
दूसरी ओर, सरफराज ने अपने आखिरी रणजी ट्रॉफी मुकाबले में दिल्ली के खिलाफ शानदार शतक जड़ा था। इसके बाद महान भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने उन्हें नेशनल टीम में लेने की वकालत करते हुए कहा था कि ऐसे धाकड़ बल्लेबाज को टीम में रखना चाहिए। बता दें कि सरफराज पिछले दो वर्षों से डोमेस्टिक क्रिकेट में गजब का प्रदर्शन कर रहे हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में तो उनकी बैटिंग देखकर क्रिकेट किंग कहे जाने वाले विराट कोहली तक नतमस्तक हो गए थे।