हाइलाइट्स
पॉलिसी खरीदने से पहले अपनी जरूरतों को समझना बहुत जरूरी है.
बीमा कंपनियों की कई पॉलिसियों की तुलना करना सही ऑप्शन रहता है.
ऐसी पॉलिसी का चुनाव करें, जिनकी क्लेम प्रोसेस बहुत आसान और फास्ट हो.
Car Insurance: जब भी हम कोई नई कार खरीदते हैं तो शोरूम से निकलने से पहले की उसका इंश्योरेंस हो जाता है. डीलर कभी बिना इंश्योरेंस के कार को बाहर निकालने की इजाजत नहीं देते हैं. इससे आप समझ ही गए होंगे कि किसी कार के लिए इंश्योरेंस कराना जरूरी होता है. आज कल कंपनियों एक साल का बीमा खुद करती हैं. इसके बाद बीमा पॉलिसी को खुद ही रिन्यू कराना होता है.
कई बार लोग जानकारी की कमी की वजह से ऑनलाइन या ऑफलाइन ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसी करा लेते हैं, जो काफी महंगी भी होती हैं और उनमें फायदे भी कम मिलते हैं. इसलिए कार इंश्योरेंस पर रुपये बर्बाद करने से पहले जान लीजिए कि पॉलिसी खरीदते वक्त कौन-कौन की बातों का ध्यान रखना होता है. यहां आपको कुछ ऐसी ही टिप्स बता रहे हैं.
ये भी पढ़ें- ₹25,000 के जुर्माने से बचना है तो गाड़ी में करें ये बदलाव, 3 गलतियां पड़ जाएंगी भारी
जरूरत के हिसाब से कराएं पॉलिसी
कार के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले अपनी जरूरतों को समझना बहुत जरूरी है. भारत में दो तरह की कार बीमा पॉलिसियां हैं. थर्ड पार्टी बीमा और फर्स्ट पार्टी बीमा. थर्ड पार्टी बीमा कानूनी रूप से हर वाहन के लिए जरूरी होता है. यह केवल तीसरे पक्ष को हुए नुकसान को कवर करता है. आपको इस कवरेज के तहत कोई मुआवजा नहीं मिलेगा. अगर आपकी कार बहुत पुरानी है तो आपको थर्ड पार्टी बीमा कराना चाहिए. दूसरी ओर फर्स्ट पार्टी बीमा में कार को होने वाले नुकसान भी कवर हो जाता है. अगर आपकी कार ज्यादा पुरानी नहीं है तो आपको फर्स्ट पार्टी बीमा ही कराना चाहिए.
ये भी पढ़ें- Fortuner से कम नहीं है ये सस्ती SUV, कम बजट में फुल स्वैग, पेट्रोल भी पीती है कम
प्लान सर्च करें और कम्पेयर करें
एक बार जब आप सुनिश्चित हो जाते हैं कि आप किस प्रकार का कार बीमा खरीदना चाहते हैं, तो हमेशा कई बीमा कंपनियों की कई पॉलिसियों की तुलना करना सही ऑप्शन रहता है. कम्पेयर करते वक्त पॉलिसी चार्ज, पॉलिसी में क्या-क्या मिलेगा और टोटल आने वाले खर्च को ध्यान में रखना जरूरी है. इससे आपको सबसे बेहतर कार बीमा पॉलिसी की खोज को कम करने में मदद मिलेगी.
क्लेम करने की प्रोसेस पता कर लें
कार बीमा पॉलिसी खरीदने का पहला मकसद दुर्घटना के बाद हुए नुकसान के लिए तुरंत फाइनेंशियल मदद हासिल करना है. इसलिए पॉलिसी खरीदते वक्त एक ऐसी पॉलिसी का चुनाव करें, जो एक जल्दी और आसान क्लेम प्रोसेस के साथ आती हो. क्योंकि कोई भी नुकसान की भरपाई के लिए एक परेशानी भरी प्रक्रिया से नहीं गुजरना चाहता है. इसलिए पॉलिसी खरीदने से पहले हमेशा क्लेम प्रोसेस के बारे में जान लेना चाहिए.
चेक करें पॉलिसी का CSR
हमेशा ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना चाहिए, जिसका क्लेम सेटलमेंट रेशियो (CSR) बहुत अच्छा हो. बीमा पॉलिसी चुनने और खरीदने से पहले यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात है, जिसका ध्यान रखना जरूरी है. सीएसआर प्रतिशत बताता है कि कंपनी ने एक साल में कितने क्लेम समय पर पूरे किए हैं. अगर सीएसआर बेहतर नहीं है तो पॉलिसी नहीं खरीदना चाहिए.
पॉलिसी को अच्छी तरह से पढ़ें
हम अक्सर पॉलिसी दस्तावेजों में बारीक अक्षरों में लिखे उन नियमों और शर्तों बिना पढ़े ही छोड़ देते हैं, जो हमारी लिए बेहद जरूरी होती हैं. इन नियम और शर्तों से पॉलिसी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है. इसलिए, पॉलिसी खरीदने से पहले समय लेने और नियमों और शर्तों को अच्छी तरह से पढ़ना बहुत जरूरी है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Auto News, Autofocus, Automobile, Business news, Business news in hindi, Car insurance, Insurance, Insurance Company, Insurance Policy, Insurance scheme, Save Money
FIRST PUBLISHED : January 25, 2023, 07:00 IST